गुरुवार, 6 अक्तूबर 2011

दुर्गागंज क दुर्गापूजा

2011 में दुर्गापूजा में दुर्गागंज जयबाक कार्यक्रम बनौने छलहुं। अंतिम समय में किछु अपरिहार्य कारणें कार्यक्रम स्थगित करय पड़ल। मुदा षष्ठी कें सांझ में अचानक मोन भेल जे दुर्गागंज जाई। तत्काल सभके कहलियैन्हि। भोरे चारि बजे विदा भेलहुं। अपन गाड़ी सं। राति आठ बजे दुर्गागंज पहुंच मोन शांत भेल। मामा, छोटका मामा, मामी सभ आ दीदीभैया, तिलक, रंजना, मयंक सं भेंट भेल तं बुझा पड़ल जे सभटा थकान उतरि गेल। मामा क संग भगवती घर गेलहुं। मोन आओर स्थिर भेल। अष्टमी, नवमी आ दशमी के खूब मोन लागल। शहर का भागमभाग सं दूर मामा सबहक वात्सल्य आ मामी सबहक दुलार क जवाब नहिं। दुर्गापूजा सं नीक तं हमर मात्रिक अछि, जतय प्रेम, आग्रह आ दुलार-वात्सल्य सभ किछु भेटैत अछि। अगिला एक वर्ष एकर संस्मरण सं जीवन चलि जायत।
फेर कहब दुर्गागंज क किछु आओर गप्प।