बुधवार, 6 जुलाई 2011

प्रारंभ सरकारी हाता सं

दुर्गागंज क सरकारी हाता, अर्थात हमर मात्रिक आ परोपट्टा क माइल स्टोन। बड़का टा हवेली, जे कोनो महल क आभाष दैत अछि। एहिठाम रहैत छलाह हमर मातामह स्व वैद्यनाथ चौधरी आ हमर मातामही स्व प्रेमकिशोरी देवी। अपन मातामह के हम सभ बाबू कहैत छलियैन्हि आ मातामही के नानी। बाबू आ नानी क कतेको गप्प मोन पड़ैत अछि, जकर विवरण एक-एक कय अहां सभ के देब। बाबू आ नानी क हमर जीवन पर गंभीर प्रभाव अछि। कखनो एम्हर-ओम्हर भेला पर जेना ओ दूनू गोटा आबि हमरा सम्हारि लैत छथि। ई दुनू गोटा क हमर जीवन पर कतेक प्रभाव अछि, तकर आकलन शब्द में नहिं कयल जा सकैत अछि। बाबू आ नानी क महत्व बुझा पड़ल हुनका सबहक अवसान क बाद।

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